kisan Credit Card Loan भारत की आत्मा गांवों में बसती है, और गांवों की जान हैं हमारे अन्नदाता – किसान। खेती एक ऐसा पेशा है जिसमें मेहनत तो बहुत होती है, लेकिन अनिश्चितता भी कम नहीं। मौसम की मार, फसलों के दाम और समय पर संसाधनों की कमी किसानों की सबसे बड़ी चिंता रहती है। इन्हीं परेशानियों को हल करने के लिए सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card – KCC) योजना की शुरुआत की थी, जो आज लाखों किसानों के लिए एक आर्थिक सहारा बन चुकी है।
क्या है किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना?
किसान क्रेडिट कार्ड एक ऐसा वित्तीय साधन है जिसके माध्यम से किसान बहुत ही आसान ब्याज दरों पर खेती के लिए जरूरी खर्चों जैसे बीज, खाद, कीटनाशक, डीजल, सिंचाई आदि के लिए कर्ज ले सकते हैं। यह कार्ड एक एटीएम कार्ड की तरह ही होता है, जिससे किसान जरूरत पड़ने पर बैंक या एटीएम से पैसा निकाल सकते हैं।
योजना की मुख्य विशेषताएं
कम ब्याज दर: किसानों को 4% तक की रियायती ब्याज दर पर कर्ज मिलता है (समय पर भुगतान करने पर)।
लोन सीमा: खेती की ज़रूरतों और फसल क्षेत्र के आधार पर ₹10,000 से ₹3 लाख तक का लोन मिल सकता है।
लचीलापन: किसान जरूरत के अनुसार बार-बार पैसा निकाल सकते हैं और जमा भी कर सकते हैं।
बीमा सुविधा: कई मामलों में फसल बीमा और किसान सुरक्षा बीमा भी शामिल होता है।
आवेदन प्रक्रिया – कैसे बनवाएं KCC?
निकटतम बैंक जाएं (जैसे SBI, PNB, ग्रामीण बैंक आदि)।
KCC आवेदन फॉर्म भरें।
ज़रूरी दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, भूमि अभिलेख, पासपोर्ट फोटो और बैंक पासबुक लगाएं।
बैंक अधिकारी द्वारा सत्यापन और लोन स्वीकृति के बाद KCC जारी कर दिया जाता है।
नोट: अब किसान PM-KISAN पोर्टल के जरिए भी KCC के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
किसको मिल सकता है लाभ?
सभी छोटे और सीमांत किसान
भूमिहीन कृषक (कुछ राज्यों में)
पशुपालन, मत्स्यपालन और बागवानी से जुड़े किसान